मीरा भजन : मेरी बृंदावन ससुराल संभाल राणा तेरी नगरी (स्वरचित भजन पूरा जरूर सुनें)



मेरी बृंदावन ससुराल संभाल राणा तेरी नगरी
न भावे तेरे महल दुमहला मेरी बृंदावन कुटिया भली सभांल राणा तेरी नगरी
 न भावे मोहे संग की सहेली मेरे मोहन की मूरत भली सभांल राणा तेरी नगरी
न भावे मोहे हीरे मोती मेरी तुलसी की माला भली सभांल राणा तेरी नगरी
न भावे मोहे रेशम कपड़े मेरी पीली पीली धोती भली सभांल राणा तेरी नगरी
न भावे तेरे हाथी घोड़े मैं तो बृंदावन पैदल चली संभाल राणा तेरी नगरी
न भावे मोहे पेड़ा बर्फी मेरे मोहन की खिचड़ी भली सभांल राणा तेरी नगरी

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