मां काली तू कल्याणी है तू दुर्गे शेरावाली है तेरे रूप का मैया क्या कहना तेरा रूप सलोना है मैया आ आ आ
घर घर में तेरी ज्योति जले तेरे नाम की जग में अलख जगे
मैया तू मुक्ति दाता है तू सबकी भाग्य बिधाता है ओओओ आआआ मां काली तू कल्याणी है
तू ऊंचे पहाड़ों रहती है तेरे चरणों में गंगा बहती है
तेरे भवन की कठिन चढ़ाई है मां तूने पार लगाई है ओओओ आआआ मां काली तू कल्याणी है
पान सुपारी ध्वजा हैं लाये मां तेरी हम भेंट चढाये
मेरी पूजा कर स्वीकार तू मां मुझे दर्शन दे साकार तू मां
ओओओ आआआ मां काली तू कल्याणी है
तेरी लाल चुनरिया लाये हैं तेरा कीर्तन आज कर आये हैं
तू आजा शेरावाली मां तू विपदा हर ले हमारी मां
ओओओ आआआ मां काली तू कल्याणी है
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