तुम तो कान्हा छलिया हो दरश कब दिखाओगे
आज यहां कल वहां जाने कब आओगे
१- हम तो कान्हा मन्दिर में रोज रोज आते हैं मेरे मन मन्दिर में तुम कब आओगे
२- हम तो कान्हा मन्दिर में फूल रोज चढ़ाते हैं मेरे मन मन्दिर में फूल कब खिलाओगे
३- हम तो कान्हा मन्दिर में ज्योत भी जलाते हैं मेरे मन में ज्योत कब जलाओगे
४ हम तो कान्हा मन्दिर में सत्संग करते हैं मेरे मन मन्दिर में रास कब रचाओगे
५ हम तो कान्हा मन्दिर में नाच भी लेते है मेरे मन मन्दिर में डांस कब दिखाओगे
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