भगवान भजन : हमें अपने रिश्तों को कैसे निभाना चाहिए इस भजन के माध्यम से सुनें



मै तो घर को ही मंदिर बनाऊंगी तीर्थ नाही जाऊंगी
१- अपने ससुर को राजा दशरथ बनाऊंगी, सासू जी को कौशिलया बनाऊंगी तीर्थ नाही जाऊंगी
२- अपने जेठ को राम बनाऊंगी, जेठानी को सीता बनाऊंगी तीर्थ नाही जाऊंगी
३- अपने देवर को लक्षमण बनाऊंगी, देवरानी को उर्मिला बनाऊंगी तीर्थ नाही जाऊंगी
४- अपने नंदोई को कन्हैया बनाऊंगी, नंद रानी को राधा बनाऊंगी तीर्थ नाही जाऊंगी
५ अपने पिया को विष्णु बनाऊंगी , खुद लक्ष्मी बन जाऊंगी तीर्थ नाही जाऊंगी

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