चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है ऊंचे पर्वत पे रानी मां ने दरबार लगाया है चलो
१- सारे जग का एक ठिकाना सारे गम के मारों का, रास्ता देख रही है माता अपने आंख के तारों का मस्त हवाओं का एक झोंका ये संदेशा लाया है चलो...
२- जय माता की कहते जाओ आने जाने वालों को चलते जाओ तुम मत देखो अपने पांव के छालों को जिसने जितना दर्द सहा है उतना चैन भी पाया है चलो....
३- वैष्णो देवी के मंदिर में लोग मुरादें पाते हैं रोते-रोते आते हैं और हंसते हंसते जाते हैं मै भी मांग के देखूं जिसने जो मांगा वो पाया है चलो...
४- मै भी तो एक मां हूं माता मां ही मां को पहचाने बेटे का दुःख क्या होता है और कोई ये क्या जाने उसका खून मै देखूं कैसे जिसको दूध पिलाया है चलो....
सारे बोलो जय माता दी ,जय माता दी जय माता दी
No comments:
Post a Comment