चल गौरा रानी मेला दिखाऊं हरिद्वार का
१- मैं जोगी बन जाऊं और तुम जोगिन बन जाओ पैदल पैदल हम चले तुम वैल पे चढ़ के आओ हमको तुमको कोई न देखे प्राणी इस संसार का...
२- गंगा जी में डुबकी लगाओ नाम हरि का लेके चन्दन का तुम तिलक लगाओ नाम हरि का लेके कुल्हड़ भर तुम दूध के पीलो कंखड़ के बाजार का...
३- देश देश के नेता आये देश देश के भक्त इन सबको देख के भोले ने खूब चढ़ाई भंग ऐसा मेला कभी न देखा जैसा इस बार का....
४- पूड़ी खाओ कचौड़ी खाओ और खाओ रबड़ी देशी घी का हलुआ खाओ गरमा गरम जलेबी ऊपर से एक टुकड़ा ले लो नींबू के अचार का..
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