माता रानी भजन : मैं हू भिखारी मैया तेरे द्वार का टूटा हुआ फूल हूं मैं (सुंदर भजन)


मैं हूं भिखारी मैया तेरे द्वार का टूटा हुआ फूल हूं मैं तेरे हार का टूटा हुआ फूल हूं मैं तेरे हार का
1. बड़ी आशा लेकर मैया पास तेरे आया हूं, हाल क्या सुनाऊ सारे जग का सताया हूं रोया हूं मैया तेरे प्यार का
2. दानी कोई तेरे जैसा और नहीं दूजा है, इसी लिए घर घर में होती तेरी पूजा है दुःख हरती हो मैया सारे संसार का 3. तुम ही हो किनारा और तुम्ही मझधार हो, नैया मेरी डूबे नहीं तुम ही पतवार हो टूटे न उम्मीद मैया मेरे ऐतबार का
4. आते है सवाली तोह भी लाल माल देती हो , किसी को भी खाली नहीं दर से जाने देती हो मुझको भी देदो मैया मेरे हक़दार का टूटा हुआ फूल हूं मैं तेरे हार का

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