सोहर गीत : लाल खिड़किन दाख छुआरे द्वारे बोईं पीपरियां (बहुत ही बढ़िया सोहर गीत)


अंगना में नींबू बोये भीतर अनार बोये रे लाल खिड़किन दाख छुआरे द्वारे बोईं पीपरियां
अंगना में नींबू जमें भीतर अनार जमें रे लाल खिड़किन दाख छुआरे द्वारे जमीं पीपरियां
अंगना में नींबू सींचे भीतर अनार सींचे रे लाल खिड़किन दाख छुआरे द्वारे सींची पीपरियां
अंगना में नींबू लागे भीतर अनार लागे रे लाल खिड़किन दाख छुआरे द्वारे बोईं पीपरियां
अंगना में नींबू तोड़े भीतर अनार तोड़े रे लाल खिड़किन दाख छुआरे द्वारे तोड़ी पीपरियां
अंगना में नींबू चखे भीतर अनार चखे रे लाल खिड़किन दाख छुआरे द्वारे चखीं पीपरियां
अंगना में पीर आई भीतर मरोड़ आवे रे लाल खिड़किन भये नंदलाल द्वारे बाजीं बाधइयां

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