पीहर न जाओ गौरा तेरा मेरा निरादर है ऐसे न जाओ गौरा पीहर मे निरादर है
१-गौरा तेरे बाबुल ने एक यज्ञ रचाया है सबको निमंत्रण दिया पर हमें न बुलाया है
२-गौरा तेरे बाबुल तो बड़े अभिमानी है यज्ञ रचाया है हमें तुम्हे न बुलाया है
३- सुनते ही गौरा रानी पवन की चाल चली यज्ञ में पहुंच गई कोई मुख से न बोला है
४- चकित हुईं गौरा कुछ न समझ पाई यज्ञ में कूद गई अपना सब कुछ गवांया है
५- सुनते ही भोले बाबा यज्ञ में पहुंच गए गौरा को लेकर के चारों दिशा में घुमाय है
६- जहां जहां अंग गिरे शक्ति पीठ कहलाई शिव शक्ति लीला को कोई जान न पाया है
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