माता भजन : ज्वाला तेरी ज्योति जले भवानी तेरी (एक और मधुर भजन नवरात्रि स्पेशल में)


ज्वाला तेरी ज्योति जले भवानी तेरी ज्योति जले पंजा पंजा पांडवों ने भवन बनाया अर्जुन चंवर झुले ज्वाला तेरी ज्योति जले भवानी तेरी ज्योति जले राजा अकबर जुलुम कमाया जगदियां जोता ते नहर ले आया पानी ऊपर ज्योति जले ज्वाला तेरी ज्योति जले भवानी तेरी ज्योति जले राजा अकबर जुलुम कमाया जगदियां जोता ते तवा चढ़ाया तवे उतथे ज्योति जले ज्वाला तेरी ज्योति जले भवानी तेरी ज्योति जले नंगे नंगे पैरों अकबर आया सवा मनी का छत्र चढ़ाया छत्र का रूप ढले ज्वाला तेरी ज्योति जले भवानी तेरी ज्योति जले राजा अकबर ने शीष झुकाया मैया मेरी गोद भरे ज्वाला तेरी ज्योति जले भवानी तेरी ज्योति जले

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