सतगुरु चिंता बुरी बलाय बतादो जायेगी कैसे
गंगा भी नहाईं मैंने जमुना भी नहाईं , गई न गोते लगाने से गई न गोते लगाने से सतगुरु चिंता बुरी बलाय बतादो जायेगी कैसे
शादी भी कराई मैंने रोका भी कराया , गई न घूंघट डालने से गई न घूंघट डालने से सतगुरु चिंता बुरी बलाय बतादो जायेगी कैसे
बेटा भी जन्मा मैंने बेटी भी जन्मी गई न गोद खिलाने से गई न गोद खिलाने से सतगुरु चिंता बुरी बलाय बतादो जायेगी कैसे
बेटा भी ब्याहा मैंने बेटी भी ब्याही, गई न दान कराने से गई न दान कराने से सतगुरु चिंता बुरी बलाय बतादो जायेगी कैसे
घर घर सखियां न्योती मैंने हरि सत्संग कराया है ,करी सेवा हरि चरणों में तेरे करी सेवा हरि चरणों में तेरे सतगुरु चिंता बुरी बलाय जायेगी तेरे चरणों में जायेगी तेरे चरणों में
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