देखू तेरी वाट अटे पे चढ़ के आजा आजा पित्र देव घोड़े पर चढके
१- सोने के गढुआ गंगा जल पानी चरण धुलाऊ बाबा मन भरके आजा..
२- हाथ कटोरी केसर रोली तिलक लगाऊं बाबा मन भर के
३- धोती लाऊं कुर्ता लाऊं चादर चढ़ाऊं बाबा मन भरके
४- लड्डू लाऊं पेड़ा लाऊं भोग लगाऊं
५- मैं भी आऊं और सब को लाऊं दर्शन पाऊं..
६- ढोलक लाऊं चिमटा लाऊं भजन सुनाऊं बाबा मन भरके
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