मुख गौरी शंकर बोल एक बार वे मना
एक बार वे मना सौ सौ बार वे मना मुख गौरी शंकर बोल एक बार वे मना
गौरी शंकर की पुकार गाड़ी आन खड़ी दरबार
होना सबने सवार एक बार वे मना
गाड़ी चले हौले हौले जिंहो के राम नाम न पल्ले
जेड़ा बिना भजन के चलवे एक बार वे मना
गाड़ी उतथे जा खड़ोई जितथे अपना न कोई
न कोई बहन न कोई भाई रिश्तेदार वे मना
तैनू धर्मराज ने फड़ना तेरा जरा तरस नही करना
फड़ के जमा हवाले करना पैड़ी मार वे मना
मुख गौरी शंकर बोल एक बार वे मना
No comments:
Post a Comment