राधे राधे श्याम से मिला दे मेरी अंखियां तरसे
राधे ठाकुर की ठकुरानी लगती तू महारानी है ,सब जग बोले राधे राधे मुक्ति भरे तेरो पानी है थोड़ी सी कृपा बरसा दे मेरी अंखियां तरसे
बैठ कदंब की डाल कन्हैया मुरली मधुर बजावे , मुरली की मधुर तानों में मुरली राधे राधे गावे मीठी सी मुरलिया बजा दे मेरी अंखियां तरसे
तेरी कृपा बिना श्री राधे कोई न ब्रज में आवे , तेरी कृपा हो जावे तो शयाम के दर्शन पावे बस एक झलक दिखला दे मेरी अंखियां तरसे
बृंदावन को छोड़ कन्हैया कभी कहीं न जावे , राधे राधे जो भी बोले दौड़ो दौड़ो आवे एक बार दर्श दिखा दे मेरी अंखियां तरसे
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