सदगुरुजी का भजन : मैं हरदम गुरु जी का भजन करूंगी (बहुत ही मधुर गुरु जी का भजन)




मैं हरदम गुरु जी का भजन करूंगी
गंगा जमुना और त्रिवेणी , मैं इन तीनों का स्नान करूंगी
मैं हरदम गुरु जी का भजन करूंगी
दोनों एकादशी और द्वादशी , मैं इन तीनों का व्रत करूंगी
मैं हरदम गुरु जी का भजन करूंगी
चंदा सूरज और तरइयां , मैं इन तीनों को जल चढ़ाऊंगी
 मैं हरदम गुरु जी का भजन करूंगी
सासू ससुर और पति अपने की , मैं इन तीनों की सेवा करूंगी मै हरदम गुरु जी का भजन करूंगी
मात पिता और गुरु अपने की , मैं इन तीनों की आज्ञा मानूंगी मैं हरदम गुरु जी का भजन करूंगी



Share:

No comments:

Post a Comment