मैं तो राधे राधे गाऊं श्याम तेरी गलियों में , कन्हैया तेरी गलियों में श्याम तेरी गलियों में
जिन गलियों में तूने माटी खाई ,उस माटी का तिलक लगाऊं श्याम तेरी गलियों में
जिन गलियों में तूने मटकी फोड़ी , मैं तो माखन बेचने आऊं श्याम तेरी गलियों में
जिन गलियों में तूने रंग उड़ाया , मैं तो होली खेलने आऊं श्याम तेरी गलियों में
जिस यमुना पे तूने चीर चुराया , मैं तो रोज नहाने आऊं श्याम तेरी गलियों में
जिन गलियों में तूने रास रचाया , मैं तो रोज नाचने आऊं श्याम तेरी गलियों में
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