मेरा गुरुवर बड़ा प्यारा जमाने से निराला है ,वही ब्रह्म वही विष्णु वही कैलाश वाला है
त्रेता में उसी ने राम बन रावण को मारा था , इसी ने भक्तों के खातिर मनुष्य अवतार धारा है ,वही सीता का प्यारा है प्यारों का प्यारा है
द्वापर में कृष्ण बनकर कंस को मारने वाला , गोकुल मे रास लीला गोवर्धन धारने वाला ,वो राधा का प्यारा है मेरी आंखों का तारा है
जो जग का कर्ता हरता है वो अब है सामने तेरे , पकड़ लो दामन इसका तू मिटेंगे कष्ट सब तेरे ,वो भक्तों का प्यारा है और सबका दुलारा है
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