हल्दी गीत : बन्नी को हल्दी लगने वाली हल्दी में महफिल सजने वाली (बहुत प्यारा हल्दी गीत)


बन्नी को हल्दी लगने वाली हल्दी में महफिल सजने वाली
चारो तरफ है धूम धाम खुशी का जबाव नही
बड़े दिनों में आज शुभ घड़ी आई ,बन्नी की दादी ने हल्दी लगाई ,माथे पे बन्नी के बिंदिया सजाई मांगों में सुंदर सा टीका सजाया हल्दी के रंग हैं हजार खुशी का जबाव नही
बड़े दिनों में आज शुभ घड़ी आई बन्नी की वुआ ने हल्दी लगाई गले में सुंदर सा हरवा पहनाया कानों में सुंदर से झुमका पहनाये हल्दी के रंग हैं हजार खुशी का जबाव नही
बन्नी की भाभी ने हल्दी लगाई हाथों में सुंदर से कंगन पहनाये सुंदर सी मेहंदी से हाथ सजाये हल्दी के रंग हैं हजार खुशी का जबाव नही
बन्नी की दीदी ने हल्दी लगाई कमर में सुंदर सा गुच्छा पहनाया पांवों में सुंदर सी पायल पहनाई हल्दी के रंग हैं हजार खुशी का जबाव नही
बन्नी की मामी ने हल्दी लगाई सुन्दर सी लाल लाल चुनरी ओढ़ाई हल्दी के रंग हैं हजार खुशी का जबाव नही
बड़े दिनों में आज शुभ घड़ी आई


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