लाड़ली तुमको जाना है पिया का घर बसाना है
दुल्हनिया बनके जाना है पिया का घर बसाना है
बजी द्वारे पे शहनाई बाबुल की आंख भर आई
विदाई की घड़ी आई ये दिन कितना सुहाना है
चली द्वारे से जब डोली तो मैया रोके ये बोलीं
हूई खाली मेरी झोली यही सबको निभाना है
खेलतीं थीं जो संग सखियां वही सब आज व्याकुल हैं
चली परदेश संग छोड़ा इसी रंग में जमाना है
Very nice lyrics 👌🏻
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