अंगना में तुलसी लगाऊंगी हरि दर्शन मैं पाऊंगी
रोज सबेरे जल मैं चढ़ाऊंगी ,
भोग लगाऊंगी आरति मैं गाऊंगी ,
अटल सुहाग मैं पाऊंगी हरि दर्शन मैं पाऊंगी
अंगना में तुलसी लगाऊंगी हरि दर्शन मैं पाऊंगी
लाल चुनरिया सिर पे उड़ाऊंगी ,
बिंदिया लगाऊंगी माला पहनाऊंगी,
सोलह सिंगार कराऊंगी हरि दर्शन मैं पाऊंगी
अंगना में तुलसी लगाऊंगी हरि दर्शन मैं पाऊंगी
तुलसा मैया हरि की प्यारी ,
हरि के संग में जोड़ी न्यारी
घर में सुख-शांति लाऊंगी हरि दर्शन मैं पाऊंगी
अंगना में तुलसी लगाऊंगी हरि दर्शन मैं पाऊंगी
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