चलो रे चलो दरबार मैया के ताला लगाय के मैया ने हमको बुलाया है चिट्ठिया भिजाय के
माथे मैया के बिंदिया सोहे सिंदुरा लगाय के मैया ने हमको बुलाया है चिट्ठिया भिजाय के
कान मैया के कुंडल सोहे नथुनी पहनाय के मैया ने हमको बुलाया है चिट्ठिया भिजाय के
इसी तरह पूरा है श्रृंगार के साथ गायें
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