श्री राधे गोपाल भजमन श्री राधे
१- यमुना तट पे हरी हरी घास है ,गैया चरावे नंदलाल भजमन श्री राधे..
२- बृंदावन में रास रचावे, सखियां नचावे नंदलाल भजमन श्री राधे..
३- मैया यशोदा दहिया विलोवे, माखन खावे नंदलाल भजमन श्री राधे..
४- नैया मेरी डगमग डोले, पार लगादो नंदलाल भजमन श्री राधे..
५- तुमसे मिलने को मेरा सपना, कैसे कहूं ये हाल मैं अपना , रो रो हुए बेहाल भजमन श्री राधे
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