सदगुरुजी का भजन : चूनर मेरी ऐसी रंगो गुरुदेव ( बहुत प्यारा भजन गुरु जी का)


चूनर मेरी ऐसी रंगो गुरुदेव , ऐसी रंगो गुरुदेव चूनर मेरी ऐसी रंगो गुरुदेव
१- राम भरत हनुमान शत्रुघ्न लखन हमारी चूनर में अयोध्या काशी रामेश्वर विश्वनाथ हमारी चूनर में
ऐसो रंग रंगो मेरे गुरुवर कबहूं न छूटन पाये चूनर..
२- बरसाना और नंदगांव बृंदावन मेरी चूनर में ,मथुरा गोकुल गोवर्धन और मधुवन मेरी चूनर में, जमुना जी के घाट पे धोऊं ऐसी रंगो गुरुदेव चूनर मेरी ऐसी रंगो गुरुदेव..
३- ओमकार और निराकार साकार हमारी चूनर में, अखंड ज्योति सीता राधा चंदा संग सूरज चूनर में, सत्य नाम से पल्ला भर दो ऐसी रंगो गुरुदेव चूनर मेरी ऐसी रंगो गुरुदेव..
४- सारंगी सी सास हमारी सूर्य ससुर हों चूनर में, मस्त रुप में पति हमारे अजब चमक हो चूनर में, ऐ सी चूनर ओढूं मैं तो कबहूं न छूटन पाये चूनर मेरी ऐसी रंगो गुरुदेव..
५- जा चूनर को ओढ़ के मै तो प्रीतम के घर जाऊंगी, अखंड सुहागिन बनकर के फिर वापस मैं न आऊंगी , हरि चरणों की करूं मैं सेवा एसी रंगो गुरुदेव चूनर मेरी ऐसी रंगो गुरुदेव...


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