कृष्ण भजन : दिल दिया मैंने उस सांवरे को दिल के अरमां संवरने लगे हैं ( बहुत प्यारा भजन)



दिल दिया मैंने उस सांवरे को दिल के अरमां संवरने लगे हैं
अब किसी की जरूरत नही है दिन अच्छे गुजरने लगे हैं
१- उसको देखा नही मैंने अब तक , उसकी सूरत तो दिल में बसी है| नाम सुनते ही मिलता सुकून है नैनो में सिमटने लगे हैं दिल ..
२- उसकी मुस्कान है ऐसी जालिम, मैने दुनिया से ऐसा सुना है। अब तो जीना है उसकी ही होके हम दीवाने से होने लगे हैं दिल...
३- जादूगर ऐसा दिल को चुराले, दिल किया मैंने उसके हवाले । गिनकर वो बांटता खजाने झोलियां हम भी भरने लगे हैं  दिल..


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