छोटी सी झोपड़िया में होय न गुजारा भोले कोठी बनवा दो भोले बंगला बनवा दो भोले बनवा दो
तुम तो सजाये भोले माथे पे चंदा, तुम तो सजाये भोले जटा में गंगा, भोले टीका बनवा दो भोले बिंदिया बनवा दो
तुम तो सजाये भोले कानों में कुण्डल, तुम तो सजाये सर्पों की माला ,मुझे झुमका बनवा दो मुझे हरवा बनवा दो मुझे नथुनी बनवा दो..
तुम तो सजाये भोले हाथों में डमरू, मुझे कंगना बनवा दो..
तुम तो सजाये भोले अंग बाघाम्बर ,मोह साड़ी मंगवादो, मोह चुनरी मंगवादो ..
तुम तो सजाये भोले पैरों में घुंघरू , मुझे पायल मंगवादो मुझे महावर लगवादो भोले बनवादो..
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