भर दे रे श्याम झोली भर दे न बहलाओ बातों में
१- दिन बीते बीती राते अपनी कितनी हुई हैं मुलाकातें, तूने जाना पहचाना श्याम झूठे हुए हैं तेरे वादे, आजा रे श्याम अब तो आजा न बहलाओ बातों में..
२- तू है मेरा मैं हूं तेरा तेरे दर पे लगाया मैंने डेरा,
न जा रे श्याम अब तो न जा न जा न बहलाओ बातों में..
३- मुझे याद है विश्वास है श्याम हरदम तू रहता मेरे पास है पकड़ ले रे हाथ मेरा पकड़ ले पकड़ ले न बहलाओ बातों में भर दे रे...
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