गौरा तेरे मंदिर को फूलों से सजाया है जिस राह गौरा गयीं उन राहों को सजाया है
गौरा तेरे मांग का टीका बनवाया है, टीका की लरियों में नाम भोले का लिखाया है
गौरा तेरे हाथों का कंगना बनवाया है, हाथों की मेहंदी में नाम भोले का लिखाया है
गौरा तेरे अंगों का चोला सिलवाया है , चुनरी के पल्लू में नाम भोले का लिखाया है
गौरा वर दे देना हम सब सुहागिनों को,अमर सुहाग रहे जब दुनिया से जाना है
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