माता रानी भजन: काहे न सुनती पुकार हमार जग जननी (मधुर भजन) नवरात्रिस्पेशल#15



काहे न सुनती पुकार हमार महारानी सुन लो न बिनती हमार हमार जग जननी
सोने का लोटा गंगा जल पानी ,कब से खड़े तेरे द्वार द्वार महारानी सुन लो न बिनती हमार
सोने की थाली में भोजन परोसा ,कब से खड़े तेरे द्वार द्वार महारानी सुन लो न बिनती हमार
पाना पचासी का बीणा लगाये ,कब से खड़े तेरे द्वार द्वार महारानी सुन लो न बिनती हमार
फूलों हजारी का सेजा लगाया ,कब से खड़े तेरे द्वार द्वार महारानी सुन लो न बिनती हमार


Share:

1 comment: