काहे न सुनती पुकार हमार महारानी सुन लो न बिनती हमार हमार जग जननी
सोने का लोटा गंगा जल पानी ,कब से खड़े तेरे द्वार द्वार महारानी सुन लो न बिनती हमार
सोने की थाली में भोजन परोसा ,कब से खड़े तेरे द्वार द्वार महारानी सुन लो न बिनती हमार
पाना पचासी का बीणा लगाये ,कब से खड़े तेरे द्वार द्वार महारानी सुन लो न बिनती हमार
फूलों हजारी का सेजा लगाया ,कब से खड़े तेरे द्वार द्वार महारानी सुन लो न बिनती हमार
😍😍😍
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