गोकुल मे बजत बधाई रे मैया मै सुनके आई रे
मात यशोदा बलि बलि जावें, प्रकटे हैं कृष्ण कन्हाई रे
मैया मै सुनके आई रे
द्वारे भीड़ गोप गोपिन की, रतन भूमि सब छाई रे मैया
नाचत हैं सब लोग लुगाई, भर भर थाल लुटाई रे मैया
झांझ मृदंग मजीरा बाजे, और बाजे शहनाई रे मैया
अति आनन्द होत गोकुल मे, महिमा बरन न जाई रे मैया
मात यशोदा बलि बलि जावें, प्रकटे हैं कृष्ण कन्हाई रे
मैया मै सुनके आई रे
द्वारे भीड़ गोप गोपिन की, रतन भूमि सब छाई रे मैया
नाचत हैं सब लोग लुगाई, भर भर थाल लुटाई रे मैया
झांझ मृदंग मजीरा बाजे, और बाजे शहनाई रे मैया
अति आनन्द होत गोकुल मे, महिमा बरन न जाई रे मैया
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