कृष्ण भजन : बिन पिए नशा हो जाता है जब सूरत देखूं मोहन की ( एकदम नया)

बिन पिए नशा हो जाता है जब सूरत देखूं मोहन की
१- मोहन के नैना अलवेले , कजरारे हैं प्यारे प्यारे
उनकी तिरछी नजर में खो जाऊं जब सूरत देखूं मोहन की
२- मोहन की लट घुंघराली हैं, कांधे पे कमली काली है
उनकी बांकी अदाओं में खो जाऊं जब सूरत देखूं मोहन की
३- मोहन के हाथों में मुरली है बजती है तो दिल को लुभाती है  उस मुरली की धुन में खो जाऊं जब सूरत देखूं मोहन की
४- मोहन संग राधा प्यारी है , सांवली सूरत पे वारी है
उस युगल छवि में खो जाऊं जब सूरत देखूं मोहन की


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