शिव भजन : मन के जोगिया मेरे मन के जोगिया प्रेम गंगा में नहाले(ये भजन बहुत प्यारा है)

 मन के जोगिया मेरे मन के जोगिया प्रेम गंगा में नहाले मेरे मन के जोगिया
हर हर महादेव महादेव गाय के, अंग अंग मल मल के भस्म रमाए के, ओम नाम फेर मनुआ ओम नाम फेर प्रेम गंगा में नहाले मेरे मन के जोगिया..
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण गाय के, मीठी-मीठी बांसुरी की धुन को सुनाय के,प्रेम को बढाय ले मनुआ प्रेम को बढाय प्रेम गंगा में नहाले मेरे मन के जोगिया ..
हरे राम हरे राम राम राम गाय के, जीवन तू सफल आज अपना बनाय ले, प्रीत को लगाय ले मनुआ प्रीत को लगाय प्रेम गंगा में नहाले मेरे मन के जोगिया..


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